मित्रों सच कह रहा हूँ, अब कांग्रेस के मन का भय सामने आ रहा है| इस मौके को हाथ से जाने मत दो| यदि भ्रष्टाचार मिटाना है, सुराज स्थापित करना है, देश को समृद्धशाली बनाना है तो यह मौका अच्छा है|
ऐसे ही हवा में तीर नहीं मार रहा, सच कह रहा हूँ| पिछले कुछ समय से मैं फेसबुक पर एक ही प्रयास कर रहा हूँ| किसी प्रकार अपनी ब्लॉग पोस्ट अपनी वॉल पर कॉपी कर दूं| लेकिन नहीं कर पा रहा| केवल एक पोस्ट कॉपी हो सकी थी, जिसे मैंने २१ जून को लिखा था| पता नहीं यह कैसे हो गयी. इसके अलावा हर प्रकार से प्रयास करने के बाद भी मैं अपने ब्लॉग को अपनी फेसबुक वॉल पर पोस्ट नहीं कर पा रहा| और मेरी वॉल पर क्या किसी की भी वॉल पर पोस्ट नहीं हो रही| किसी ग्रुप में भी पोस्ट नहीं हो रही|
माजरा समझ नहीं आ रहा था| परसों मुझे मेरी पिछली पोस्ट का लिंक पोस्ट करना था किन्तु नहीं हुआ| मैंने कुछ अन्य ब्लोग्स के लिंक कॉपी किये तो वे सब कॉपी हो गए किन्तु मेरा नहीं हो रहा था| अब यह कैसे संभव है, समझ नहीं आ रहा था| फिर मैंने कुछ Text लिख कर उसके कमेन्ट में लिंक कॉपी कर दिया| मैंने फेसबुक पर १६ ग्रुप ज्वाइन कर रखे हैं| सभी पर मैंने इसी प्रकार अपने ब्लॉग का लिंक कॉपी किया| यहाँ फेसबुक का उपयोग इसलिए अधिक करता हूँ क्यों कि इसका बहुत अधिक लोग उपयोग करते हैं| इसके माध्यम से अपनी बात अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाई जा सकती है| जबकि ब्लॉग पर कुछ ही लोग इसे पढ़ पाते हैं| फेसबुक पर कई कमेन्ट मिलते हैं, उस पोस्ट पर भी मिले| लोग ब्लॉग पढ़कर फेसबुक पर कमेन्ट कर जाते हैं| आश्चर्य उस समय हुआ जब एक ग्रुप में किसी ने मेरी पोस्ट पर मेरा IP Address मेरे कमेन्ट में डाल दिया| मेरा IP Address किसी और को कैसे पता चला? मैं तो कमेन्ट करने वाले को जानता भी नहीं| इसका मतलब साफ़ था कि कोई मेरी लोकेशन ट्रेस कर रहा है| यह कमेन्ट देखकर कई लोगों ने कमेन्ट किया की सावधान रहिये, कोई आपको ट्रेस कर रहा है| एक मित्र ने कहा कि उसे भी ऐसे ही ट्रेस किया जा रहा था और कुछ दिन बाद उसका फेसबुक अकाउंट हैक हो गया| वह भी फेसबुक पर इसी प्रकार क्रान्ति छेड़े हुए था| किसी प्रकार उसने अपना पासवर्ड बदला|
एक मित्र ने कमेन्ट किया कि कुछ दिन पहले उसका ब्लॉग हैक हो गया था और कांग्रेस व सोनिया के विरोध में लिखे सारे लेख डिलीट कर दिए गए|
अत: मैंने भी जल्दी से अपना पासवर्ड बदल लिया| अब सोच लिया है कि कम से कम हफ्ते में एक बार अपने फेसबुक, ट्विटर व ब्लॉगर के पासवर्ड बदल लूँगा|
फिर भी दिमाग में एक ही बात घूम रही थी कि केवल मेरा ही ब्लॉग फेसबुक पर कॉपी क्यों नहीं हो रहा? मैंने और बहुत से ब्लॉग कॉपी करके देखे, वे तो हो रहे थे| क्या इसका यही एक कारण तो नहीं कि मेरे पूरे ब्लॉग पर दो एक पोस्ट को छोड़कर बाकी सभी पोस्ट राजनीति पर ही हैं? जिनमे मैंने कांग्रेस का ही विरोध किया है|
कारण क्या है मैं नहीं जानता| इससे सम्बंधित मैंने फेसबुक पर एक पोस्ट भी लिखी थी कि मेरे साथ ऐसा हो रहा है| साथ ही मेरी लोकेशन भी ट्रेस की जा रही है| जिसकी प्रतिक्रिया में मुझे बहुत से कमेन्ट मिले| कई मित्रों ने कहा कि यह संभव है, हो सकता है सच में कोई लोकेशन ट्रेस कर रहा हो| अत: आप कुछ दिन ये सब छोड़ दें| ऐसा और कई लोगों के साथ भी हो रहा है, आप अकेले नहीं हैं|
मेरे दिमाग में यही उलझन थी कि भला मुझसे इन भ्रष्टों को क्या डर? मेरा ब्लॉग तो इतना विश्व विख्यात भी नहीं है| हाँ फेसबुक पर मैं पूरी तरह सक्रीय हूँ| मेरे ब्लॉग को पढ़कर कई लोग मुझे फेसबुक पर friend request भेज देते हैं| मुझे रोज ८-१० friend requests मिल जाती हैं| किन्तु इतने भर से ही भला किसी को मुझसे क्या डर?
खैर कारण जो भी हो, मुझे नहीं मालुम| यदि लोगों का अनुमान सही है तो मैं कांग्रेस के हाथों बाद में मरूँगा पहले तो ख़ुशी से ही मर जाऊँगा|
अरे भाई ख़ुशी नहीं होगी क्या, जिन भ्रष्टों को मैं मिटाने पर तुला हुआ हूँ वे ही मुझसे डरने लगें तो यह मेरे लिए ख़ुशी की बात ही होगी न| जिस उद्देश्य के लिए मैंने यह ब्लॉग लिखना शुरू किया था, वह उद्देश्य तो पूरा हो जाएगा न|
मित्रों कारण जो भी हो किन्तु यह एक सच है कि फेसबुक पर अब क्रान्ति छिड़ चुकी है| जिन १६ ग्रुप्स का मैं सदस्य हूँ वहां हर क्षण क्रान्ति की हवा चल रही है| किसी ग्रुप में हज़ार सदस्य हैं तो किसी में दो हज़ार| और कहीं कहीं तो १५ से २० हज़ार सदस्य हैं| और ऐसे न जाने कितने ग्रुप चल रहे हैं| देश का एक बहुत बड़ा पढ़ा लिखा व सक्षम वर्ग अब जाग रहा है व औरों को भी जगा रहा है|
स्मरण रहे कि मिस्र व लीबिया में फेसबुक के द्वारा ही क्रान्ति हुई थी| फेसबुक के माध्यम से एक जन आन्दोलन छिड़ गया था| और अंत में उन देशों की जनता ने तानाशाही सत्ता को उखाड़ फेंका था|
तो जो क्रान्ति वहां हो सकती है वह यहाँ भी तो संभव है| और हमारी भ्रष्ट व देशद्रोही सरकार इतनी मुर्ख नहीं कि वह पिछली इन दो क्रांतियों से कुछ न सीखे| कुछ न कुछ तो इस सरकार ने भी सोचा होगा| कुछ न कुछ तो यह सरकार भी कर रही होगी|
आज समाचार पत्र में एक समाचार पढ़ा, शीर्षक था "इंटरनेट पर सरकार की नज़र"...
खबर पढ़ी तो लिखा था कि आतंकवादी व राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को देखते हुए सरकार एक ऐसी तकनीक का विकास मरने में जुटी है, जिससे इंटरनेट उपभोक्ताओं पर निगरानी रखी जा सके| इस तकनीक के विकास में मदद के लिए सरकार ने इंफोसिस, विप्रो व टेक महिंद्रा को आमंत्रित किया है|
अरे ये क्या, आतंकवादी गतिविधियों को देखते हुए? अभी देश में कौनसी आतंकवादी गतिविधियाँ हो रही हैं? जब हो रही थीं, सरकार ने तब ही कोई कार्यवाही नहीं की तो अब कैसे कुम्भकरणी नींद खुल गयी? और जो आतंकवादी पकडे हुए हैं वे तो सरकारी दामाद बने हुए हैं| उनका तो कोई कुछ कर नहीं रहा, फिर ये नयी कार्यवाही करने की सरकार को क्या सूझी?
और जहाँ तक सवाल है राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का तो थोडा संशोधन करना चाहूँगा| दरअसल यह राष्ट्र विरोधी नहीं राज विरोधी गतिविधियाँ हैं| अभी देश में राष्ट्र का नहीं राजनैतिक सत्ताओं का विरोध हो रहा है| शायद इन्ही पर नज़र रखने का सरकारी प्रयास चल रहा हो|
सरकार क्या चाहती है यह तो लगभग सभी जान चुके हैं| अब इन सन्दर्भों में कितनी सच्चाई है यह मैं नहीं जानता| केवल एक अनुमान है| सही भी हो सकता है और गलत भी|
सरकार चाहे कुछ भी करले, किसी भी परिस्थिति में अब ये अभियान रुकने वाला नहीं है| जब हम लाठियों से नहीं टूटे तो ये बचकानी हरकतें हमे क्या डराएंगी भला? अब तो सरकार गोलियां भी चला दे किन्तु यह अभियान नहीं रुकेगा|
तुम ढीठ तो हम भी पूरे ढीठ हैं| तुम नहीं सुधर सकते तो हम भी नहीं सुधरने वाले| मेरे देश के भ्रष्ट नेताओं, अब तुम्हारा समय ख़त्म हो चूका है| एक बार तुम कुर्सी से उतर गए तो पता नहीं देश की जनता तुम्हारा क्या हाल करेगी? शायद वही हाल जो तुमने रामलीला मैदान में हमारे साथ किया था|
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जाते जाते मेरे दिमाग की एक और उलझन को सुलझाने का कष्ट करें|
- बाबा रामदेव के ट्रस्ट की संपत्ति है करीब ११०० करोड़ रुपये, जिसकी सरकार को बार बार जांच करनी है|
- श्री श्री रविशंकर जी महाराज के आर्ट ऑफ लिविंग की संपत्ति है करीब २५०० करोड़ रुपये| बाबा रामदेव का समर्थन करने के कारण इनका भी नंबर लगने वाला है|
- माता अमृतान्दमयी की संपत्ति है करीब ६००० करोड़ रुपये| इनकी भी बारी लग रही है|
- पुट्टपर्थी के सत्य साईं बाबा की संपत्ति को लेकर अभी कुछ दिन पहले बवाला मच चूका है|
वही दूसरी ओर
- Brother Dinakaran जो कि एक Self Styled Christian Evangelist हैं (कभी नाम सुना है?) की संपत्ति ५००० करोड़ से ज्यादा है|
- Bishop K.P.Yohannan जिन्होंने २० वर्षों में एक Christian Sector बना दिया, की संपत्ति १७००० करोड़ है|
- Brother Thanku (Kottayam, Kerela) एक और Christian Evangelist, की संपत्ति ६००० हज़ार करोड़ से अधिक है|
जाकर पूछिये मायनों से या उसकी चमचागिरी करते हुए उसके तलवे चाटने वाले दिग्विजय से कि इन तीन पादरियों (जिनका नाम शायद कुछ सौ लोग ही जानते होंगे) के पास इतनी संपत्ति कहाँ से आई? क्या कभी इनकी भी जांच होगी?
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ReplyDeleteऊपर वाली टिपण्णी मैने हटा दी हे, माफ़ करे उस मे कुछ खास नही था, बस मैने आप का ब्लाग फ़ेस बुक मे डाला तो हो गया था उस की सुचना देनी थी, लेकिन जब पिछली पोस्ट डाली तो फ़ेल हो गया, इस कारण, ऊपर वाली टिपण्णी को हटा दिया, धन्यवाद
ReplyDeleteआदरणीय राज भाटिया जी धन्यवाद...मैंने भी अभी चेक कर लिया...ख़ुशी हुई यह जानकर...अब मैं फिर से अपनी पोस्ट अपनी फेसबुक वॉल पर डाल सकता हूँ|
ReplyDeleteपरन्तु पिछली पोस्ट अभी भी पोस्ट नहीं हो रही...
ReplyDelete----क्या कभी इनकी भी जांच होगी?
ReplyDeleteकुकर्मों से --
कांग्रेस में इंट्री पर
लगा जो वैन |
मुद्दतों बाद--
कामन मैन
को मिला चैन ||
हाँ हो सकती है पर सिर्फ एक ही स्थिति में ! अगर ये सब भी बाबा रामदेव जी का समर्थन करें तब ! परन्तु ये ऐसा हरगिज नहीं करेंगे और जांच भी नहीं....
ReplyDeleteदिवस दिनेश जी,
ReplyDeleteयदि भविष्य में कभी धूर्तता की परिभाषा को एक शब्द में लिखने की बाध्यता हुई तो
नयी पीढी को एक शब्द ही सूझेगा ....'कांग्रेसी'
यदि कभी देश को लूटने वालों में मुहम्मद गजनबी के बाद किसी का नाम लिया जायेगा तो वे शब्द होंगे....
"नकली गांधी'
........ आज़ाद भारत में आमजन को लोकतंत्र के झूठे स्वप्न दिखाकर ठगने वालों में कई ऊँचे कद के नेताओं का नाम शामिल होंगे... लेकिन इसे पाठ्यक्रम में शामिल करने को हमें तैयारी करनी होगी..
लंच ब्रेक ...
ab to log ye bhi kiehne lage hai yadi 'pro' ka opposite 'con' hota hai to "progress" ka opposite kya hoga :P
ReplyDelete_________________________________
मैं , मेरा बचपन और मेरी माँ || (^_^) ||
आदरणीय दिवस दिनेश गौड जी कांग्रेस का चरित्र अपने ईसाई संस्थापक के समय से ही भारत की सनातन संस्कृति व सच्चे राष्ट्रभक्तों का विरोधी का रहा है । कांग्रेस को बहुत यत्न करके लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक व महर्षि अरविन्द ने राष्ट्रवादी संगठन का रूप दिया था , जिसे मोहनदास गांधी ने मोतीलाल नेहरू की सहायता से हाईजैक कर लिया , जिसका दुष्परिणाम खंडित व भ्रष्ट भारत ! नहीं - नहीं मैलाके के मानस पुत्रों मिस्टर गांधी - नेहरू का इंडिया हमारे सामने है । अपने पूवर्जो की राष्ट्रद्रोह की महान परंपरा को ही वर्तमान कांग्रेस नेतृत्व आगे बढा रही है ।
ReplyDeleteदेशद्रोहियों की पोल खोलती पोस्ट के लिए ...... आभार ।
www.vishwajeetsingh1008.blogspot.com
विश्वजीत सिंह जी,
ReplyDeleteमैकाले के बारे में आपने कुछ ज्यादा ही जान लिया है! गाँधी के लिखे और कहे को आपने सुना नहीं है। सम्पूर्ण गाँधी वांगमय सौ खंड में है। खरीद लें। मैकाले और उसके तरीकों पर जितना आरोप गाँधी ने लगाया और जितना उनके खिलाफ़ कहा और लिखा है उतना उनके बाद शायद ही किसी ने ऐसा किया। गाँधी नाम से हर बार आप किस गाँधी को समझ लेते हैं? कोई कांग्रेसी गाँधी गाँधी के करीब है ही नहीं। इसलिए बस कुछ भी कह देने से पहले सोच लें कि जो बोल रहे हैं उसमें कितनी कमी है?
cc
ReplyDeleteक्यों इस बेचारी कांग्रेस के पीछे पडे हो, आखिर इसने किया ही क्या है। ये हम सबकी गलती है, जो इसे मौका दिया।
ReplyDeleteये सरकार हमारी सोच पे मार कर रही है.. आपके पुराने लेख 'बुद्धूजीवी' से जाहिर है की हमारी जनता कितनी बुद्धू है.. ये वही बोलती है जो इन्हें दिखाया जाता है.. इनका खुद का विवेक इन्हें कुछ सोचने नहीं देता या ये सोचना ही नहीं चाहते..
ReplyDeleteमीडिया (प्रिंट और टी. वि.) तो इन्होने पहले ही खरीद रखे हैं.. अब इन्हें फेसबुक ही दिख रहा है जो आम लोगों को जोड़ रहा है.. सो इस पर कण्ट्रोल करने का मन है.. वरना मिश्र और लीबिया जैसा अंजाम जल्द हो जाएगा.
हमें अभी और माध्यम चाहिए जो हमें एक दूसरे से जोड़े रख सके..
अच्छी पोस्ट.... संदीप पंवार जी की बातों से सहमत हूँ...
ReplyDeleteकौन सा ऐसा कुकर्म बचा है जो कांग्रेस ने न किया हो.
ReplyDeleteआजकल गांधी नाम केवल इस भ्रष्ट परिवार का ही सूचक है...इसे महात्मा गांधी जी से नहीं जोड़ा जा सकता...
ReplyDeleteसंदीप पंवार जी हमारी गलती है तो सुधारनी भी तो हमे ही पड़ेगी न...अब ऐसी गलती दुबारा न हो इसलिए यह काम चल रहा है...
ReplyDeleteDon't worry Diwas ye kitni bhi koshis karle sachai to sabhi ke saamane aayegi medium kuchh bhi ho sakta h "Kyonki raat kitni bhi kali kyon na ho din (Diwas) ko ghatit hone se nahi rok sakti........keep it up we all r with u..Jai Hind!.....vande Mataram!
ReplyDeleteआपके विचार निष्पक्ष और संतुलित होते हैं।
ReplyDeletenice post..about reality shows.
ReplyDeletefacebook विचार को प्रकट करने का सशक्त माध्यम है.आप प्रयास करते रहिये.
ReplyDeleteपहले तो धन्यवाद दिवस भाई जो आपने खोलकर इस कांग्रेस का विरोध करके बाबा रामदेव को समर्थन दिया !में पहली बार आपके ब्लॉग पर् आया हू !मुजहे यहाँ आकर लगा की कोई तो है जो कांग्रेस के इस कर्म का विरोध कर रहा है! में सच कह रहा हू भाई की मुजहे इस ब्लॉग पर् आकर बहुत अच्छा लगा! क्यों की आपने खुलकर इसका विरोध किया है ! वर्ना अभी कुछ ही दिनों पहले कुछ ब्लॉग पर् में उन ब्लोगों का नाम तो नहीं खोलना चाहता हू !तो उन ब्लोगों पर् बाबा रामदेव के इस काम को धोग बताया गया !ओर तो ओर हद तब हो गयी जब मैने वहा कमेंट्स देखे तो वो भी उस पोस्ट का समर्थन कर रहे थे !पर् इसी बात का विरोध करने के लिए मैने अपनों कमेंट्स में कुछ ऐसी बाते कही की जो उस पोस्ट पर् सवालिया निसान उठा रही थी!
ReplyDeleteआज मै आपके ब्लॉग पर् आकार सचमुच बहुत खुस हू ! मै आपकी इस बात का हमेशा समर्थन करता रहूगा !धन्यवाद "samrat bundelkhand"
सार्थक विषय पर अपने विचार को रखा है... सत्ता की मदमस्ती ज्यादा दिन नही चहती है... नियम है कि कुकृत्य का फल मिलता ही है कांग्रेस को मिलेगा ही।
ReplyDeletePahli baar aapke blog pe aayi hun...bada dilchasp hai...ab aatee rahungee!
ReplyDeleteआभार क्षमा जी...आपके आने से मुझे ख़ुशी होगी...
ReplyDelete" sir ,is prakar ki harkatoan ka shikar mai bhi 4 baar huva hu ..aur meri do post tath draft me rakhi congress virodhi post deleat kar di gayi thi ..bahut mahenat ke baad muje mera blog vapas mila tha "
ReplyDeletekhusi hui muje aapke blog per aakar ..ek se badhakar ek post hai yahan